*अब की होली किससे मिलो ?*
उनसे बहुत काम है ,
इसलिए बना के चलो ।
कल को कोई काम पड़े ,
इसलिए निभा के चलो ।
वे कोई काम न बिगाड़ें ,
इसलिए मिल के चलो ।
वे कहीं नाराज़ न हों ,
इसलिए झुक के चलो ।
ये क्या बिगाड़ लेंगे मेरा ?
इनसे क्यों मिल के चलो ?
ये क्या बना देंगे मेरा ?
क्यों बे वजह इनसे
मिलो ?
ये तो सच्चे सीधे हैं ,
मैसेज से ही मान
जाएंगे ।
होली दीवाली उपहार लेकर ,
क्यों
इनसे मिलो ?
उनसे मिलते हैं हर साल ,
उन्हें खुश करने के लिए ।
मगर
अबकी होली
खुश
होने के लिए,
एक बार
हम से मिलो ।।
कुमार अनेकांत ©
१०मार्च २०२०
नई दिल्ली