क्षमावाणी
के संदेश
पोस्टकार्डों
लिफाफों
विज्ञापनों
से निकलकर
ट्विटर
फेसबुक
व्हाट्सअप
और इंस्टा पर आ गया है
हम जगत के सभी जीवों को क्षमा कर रहे हैं और सभी जीवों से क्षमा
मांग रहे हैं
पर वे गिनती के कुछ जीव आज भी आपकी वाणी सुनने को तरस रहे हैं
जिनके अपराधों को या जिनके प्रति अपराधों को
हम आज भी विस्मरण कर रहे हैं ।
क्षमा आत्मा का
और वाणी शरीर का धर्म है अपनी आत्मा की क्षमा को वाणी तक लाइये
सिर्फ संदेश से न निपटाईये
'दूरवाणी' भी चलेगी
पर दिल तो बनाइये
- कुमार अनेकांत