Friday, August 26, 2022

सम्यक्त्व की शक्ति

*एगं सम्मत्तं  घेतव्वं*

ण भावइ मोक्खपयं,
सो वि लहइ य मोक्खं सद्दिट्ठी ।
सो सम्मत्तस्स सत्ति
एगं सम्मत्तं  घेतव्वं ।।

सम्यक्त्व की इतनी शक्ति है कि 
सम्यग्दृष्टि मोक्ष पद न चाहे तो भी उसे वह जबरजस्ती मिलता है इसलिए एक मात्र सम्यकदर्शन को ग्रहण करना चाहिए । 

पर्युषण-
दसलक्षण पर्व की शुभकामनाओं के साथ 

प्रो अनेकान्त कुमार जैन ,नई दिल्ली 
27/08/2022

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