वड्ढदु णूयणतित्थं
सया मम कामणा पुरातित्थं वि ।
बालगस्स लालणे वि
मूलरक्खणं मा विस्सरिदव्वं ।।
मेरी कामना है कि सदा नए तीर्थों का निर्माण हो किन्तु प्राचीन तीर्थ भी संरक्षित हों ,उनका विकास हो । नवजात बालक के लालन पालन में मूल माता पिता और दादा दादी का रक्षण नहीं भूलना चाहिए ।
©कुमार अनेकांत
28/1/24
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