Saturday, July 17, 2021

अणुवमाहिणंदणं

*अणुवमाहिणंदणं* 

जइण-गणिय-सुदविउसो ,
अणुवमो करणाणुओय-सुविण्णो ।
जिणवाणी-सुपुत्तस्स ,
इह मणुभवो सुसहलो होदु ।।

अनुपमाभिनंदन

जैन गणित के श्रुतधर विद्वान ,करणानुयोग के अनुपम सुविज्ञ ,जिनवाणी के सुपुत्र का यह मनुष्य भव सुसफल होवे । 

डॉ अनेकान्त जैन ,नई दिल्ली

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