Monday, February 19, 2024

स्वावलंबन सूत्र

सावलंबणसुत्तं

सुणरट्ठो सुणभरहो
सिघ्घं सूणसिंहासणसंदेसं
सावलंबणसुत्तं
गोकरघाभारदभासा च

सुनो राष्ट्र ! ,सुनो भारत ! (आचार्य विद्यासागर जी के बिना अब) सूने पड़ चुके इस सिंहासन का संदेश भी शीघ्र सुनो ! कि गोरक्षा, हथकरघा,भारतनाम और मातृभाषा ये चार देश के स्वावलबनसूत्र मूलस्तंभ हैं ।

कुमार अनेकांत 
19/2/24

No comments:

Post a Comment