Monday, February 19, 2024

णमो आयरियविज्जासायराणं


*णमो आयरियविज्जासायराणं*

समणपरंवरसुज्जं
सययसंजमतवपुव्वगप्परदं।
चंदगिरिसमाधित्थं 
णमो आयरियविज्जासायराणं ।।


श्रमण परम्परा के सूर्य , सतत संयम तप पूर्वक आत्मा में रमने वाले और चंद्रगिरी तीर्थ पर समाधिस्थ (ऐसे) आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी को हमारा कोटिशः नमोस्तु । 

विनयवंत 

प्रो फूलचंद जैन प्रेमी
डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ,वाराणसी

प्रो अनेकांत कुमार जैन ,
डॉ रुचि जैन ,नई दिल्ली 

एवं 

सम्पूर्ण पागद-भासा परिवार

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