*णमो आयरियविज्जासायराणं*
समणपरंवरसुज्जं
सययसंजमतवपुव्वगप्परदं।
चंदगिरिसमाधित्थं
णमो आयरियविज्जासायराणं ।।
श्रमण परम्परा के सूर्य , सतत संयम तप पूर्वक आत्मा में रमने वाले और चंद्रगिरी तीर्थ पर समाधिस्थ (ऐसे) आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी को हमारा कोटिशः नमोस्तु ।
विनयवंत
प्रो फूलचंद जैन प्रेमी
डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ,वाराणसी
प्रो अनेकांत कुमार जैन ,
डॉ रुचि जैन ,नई दिल्ली
एवं
सम्पूर्ण पागद-भासा परिवार
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