Saturday, May 23, 2020

समकालीन कविता १२ , योगी ऋषभदेव

विश्व योग दिवस

समकालीन कविता १२ , योगी ऋषभदेव


उसहो जोगो  उत्तं  ,
पढमो कीरइ आसणं तवझाणं |
सुद्धोवओगधम्मं,
आदा मे संवरो जोगो ||

प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव ने सर्वप्रथम योग विद्या का उपदेश दिया | उन्होंने सर्वप्रथम आसन ,तप, ध्यान और शुद्धोपयोग धर्म को प्राप्त किया और उपदेश दिया कि आत्मा ही संवर और योग है |


@कुमार अनेकांत
२५/०५/२०२० 

No comments:

Post a Comment