विश्व योग दिवस
समकालीन कविता १२ , योगी ऋषभदेव
उसहो जोगो उत्तं ,
पढमो कीरइ आसणं तवझाणं |
सुद्धोवओगधम्मं,
आदा मे संवरो जोगो ||
प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव ने सर्वप्रथम योग विद्या का उपदेश दिया | उन्होंने सर्वप्रथम आसन ,तप, ध्यान और शुद्धोपयोग धर्म को प्राप्त किया और उपदेश दिया कि आत्मा ही संवर और योग है |
@कुमार अनेकांत
२५/०५/२०२०
समकालीन कविता १२ , योगी ऋषभदेव
उसहो जोगो उत्तं ,
पढमो कीरइ आसणं तवझाणं |
सुद्धोवओगधम्मं,
आदा मे संवरो जोगो ||
प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव ने सर्वप्रथम योग विद्या का उपदेश दिया | उन्होंने सर्वप्रथम आसन ,तप, ध्यान और शुद्धोपयोग धर्म को प्राप्त किया और उपदेश दिया कि आत्मा ही संवर और योग है |
@कुमार अनेकांत
२५/०५/२०२०
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